शब्द का अर्थ
|
धान्या :
|
स्त्री० [सं० धान्य+टाप्] धनिया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धान्याक :
|
पुं० [सं० धान्य√अक् (गति)+अण्] धनिया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धान्याचल :
|
पुं० [धान्य-अचल, मध्य० स०]=धान्य-शैल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धान्याभ्रक :
|
पुं० [सं०] १. वैद्यक में भस्म लगाने के लिए धान की सहायता से शोधा और साफ किया हुआ अभ्रक। २. उक्त प्रकार से अभ्रक शोधने की क्रिया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धान्याम्ल :
|
पुं० [धान्य-अम्ल, मध्य० स०] काँजी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धान्याम्लक :
|
पुं० [सं० धान्याम्ल+कन्] धान से बनी हुई काँजी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धान्यारि :
|
पुं० [धान्य-अरि, ष० त०] धान का शत्रु, चूहा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धान्यार्थ :
|
पुं० [धान्य-अर्थ, मध्य० स०] अन्न या धान के रूप में होनेवाली संपत्ति। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धान्याशय :
|
पुं० [धान्य-आशय, ष० त०] अन्नशाला। अन्न का भंडार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धान्यास्थि :
|
स्त्री० [धान्य-अस्थि, ष० त०] धान का छिलका। भूसी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |